BAMS (बैचलर आॅफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) चिकित्सा क्षेत्र में एक एकीकृत भारतीय डिग्री है। यह डिग्री कार्यक्रम उन छात्रों को दिया जाता है जो आधुनिक दवाइयों और पारंपरिक आयुर्वेद का अध्ययन करते है। BAMS पुरानी और प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था में अंडर ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है जिसमें कफ, पित्ता और वात की सद्वाव बढ़कर षरीर को रोकथाम और इलाज होता है। इस डिग्री को 5 साल और 6 महीने की डिग्री के पूरा होने के बाद 4 और 1/2 साल के षैक्षिणक सत्र और लाइव व्यवहारिक कार्यक्रम के साथ एक वर्श के इंटर्नषिप कार्यक्रम के बाद किया जाता है।
BAMS में एडमिषन: BAMSमें एडमिषन लेने के लिए निम्न प्रक्रिया पूरी करना आवष्यक है जो की नीचे दी गई है।
BAMS में एडमिषन लेने के लिए छात्रों को 10+2 कक्षा भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान अच्छे अंको से उत्तीर्ण करनी होगी।
छात्रों को विभिन्न राश्ट्रीय और राज्य स्तर की प्रवेष परीक्षा की परीक्षा में जाना चाहिए जैसे कि: KLEU AIET-KLE यूनिवर्सिटी, AP EAMCET आंध्र प्रदेष इंजीनियरिंग एग्रीकल्चर, एंड मेडिकल काॅमन एंट्रेंस टेस्ट, असम CEE असम कंबाइंड एंट्रेंस एग्जामिनेषन, TS EAMCET तेलंगाना इंजीनियरिंग एग्रीकल्चर, एंड मेडिकल काॅमन एंट्रेंस टेस्ट
छात्रों को चयन अंतिम योग्यता पर आधारित है क्योंकि 12 वीं के रूप में उत्र्तीण परीक्षा में प्राप्त कुल संख्याओं की संख्या और प्रवेष परीक्षाओं में दर्ज संख्या पर होगा।
BAMS के लिए टाॅप काॅलेजस की सूची –
श्री धन्वन्तरी आयुर्वेदिक काॅलेज, चंडीगढ़
राजीव गाॅधी यूनिवर्सिटी आॅफ हेल्थ साइंसेज, बैंगलोर
गुजरात आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी, जामनगर
JB राॅय स्टेट मेडिकल काॅलेज, कोलकाता
आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज, कोल्हापुर
BAMS में करियर/स्कोप/नौकरियां: दिन-प्रतिदिन आयुर्वेदिक का क्षेत्र अन्य चिकित्सा प्रणालियों के लिए न केवल भारत में बल्कि दुनिया में भी अतिव्यापी है। कई मामलों में लोगों ने आयुर्वेदिक प्रणाली और पुरानी और गैर-मस्तिश्क रोग के इलाज के लिए दवाओं की भरोसे के लिए अनुभव लिया है। कई मामलों में जब ऐलोपैथिक प्रणाली किसी विषेश बीमारी और आत्मसमर्पण के साथ विफल हो जाती है, तो आयुर्वेदिक चिकित्सा बीमारी या रोगी को फिर से जीवंत करने के लिए जादुई प्रभाव देती है। BAMS पूरा करने के बाद कैरियर का अवसर न केवल भारत में बल्कि विदेषी देषों में भी है। BAMS वाले विद्यार्थियों को डाॅक्टर के रूप बुलाया जा सकता है और वह निजी प्रैक्टिस करने के योग्य है। BAMS (बैचलर आॅफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) पूरा करने के बाद सरकारी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी मौजूद है आयुर्वेदिक फार्मसिस्ट के रूप में सरकारी आयुर्वेद अस्पताल में नौकरी मिल सकती है। इस कोर्स के पूरा होने के बाद विद्यार्थियों को आयुर्वेद की दवाओं के खुद का मेडिकल खोलने का भी अवसर मिलता है।
BAMS कोर्स को पूरा करने के जाॅब प्रोफाइल निम्नुसार है:
लेक्चरर
सांइटिस्ट
थेरापिस्ट
केटेगरी मेनेजर
बिजनेस डेवलपमेंट आॅफिसर
सेल्स प्रतिनिधि
प्रोडक्ट मेनेजर
फार्मसिस्ट
जूनियर क्लिनिक ट्राइल समन्वयक
मेडिकल प्रतिनिधि
आयुर्वेदिक डाॅक्टर
सेल्स एग्जीक्यूटिव
एरिया सेल्स मेनेजर
असिसटेंट क्लेम मेनेजर हेल्थ
मेनेजर इंटरनल आॅडिट
BAMS कार्यक्रमों के पेषेवरों के लिए कुछ रोजगार क्षेत्र
क्लिनिकल ट्रायल्स
हेल्थकेयर कम्युनिटी
लाइफ साइंस इंडस्ट्रीज
फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज
एजुकेषन
हेल्थकेयर प्ज्
बीमा
आॅन ड्यूटी डाॅक्टर
नर्सिंग होम
स्पा रिसोर्ट
आयुर्वेदिक रिसोर्ट
पंचकर्मा आश्रम
सरकारी/प्राइवेट हाॅस्पिटल
डिस्पेंसरीस
काॅलेजेस
रिसर्च इंस्टीट्यूट
BAMS के कोर्स के लिए अनुमानित फीस: BAMS (बैचलर आॅफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) कोर्सेज के लिए अलग अलग काॅलेजस में अलग अलग फी स्ट्रक्चर है, जिसका औसत षिक्षण षुल्क 50,000 रूपये से लेकर 12 लाख रूपये तक हो सकता है।
BAMS के लिए वेतनमान: चिकित्सा क्षेत्र में वेतन अलग-अलग क्षेत्रों में अन्य जाॅब प्रोफाइल के लिए बेंचमार्क है। कुछ विष्वविद्यालय आयुर्वेदिक क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट डाॅक्टरों को 40,000 से 50,000 रूपये प्रतिमाह के वेतनमान प्रदान करते है। BAMS पूरा करने के बाद एक आयुर्वेदिक पेषेवर को वेतन 20,000 रूपये ये 50,000 रूपये प्रतिमाह तक मिल सकता है।