बैचलर आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है। जिसकी समय अवधि साल होती है। तीन साल के पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक और व्यवहारिक सत्र वाले छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देष्य वैष्विक बाजार में कुषल प्रबंधकीय पेषेवर बनाना है बी0एम0एस0 (Bachelor of Management Studies) का पाठ्यक्रम एक संगठन के व्यवहार के पहलुओं और उसी के पदानुक्रमित बातचीत के साथ छात्रों को उजागर करता है।
BMS में एडमिषन लेने की प्रक्रिया:
बी0एम0एस0 (Bachelor of Management Studies) में एडमिषन लेने वाले छात्रों की योग्यता…….
BMS में एडमिषन लेने के लिए आटर््स/साइंस/काॅमर्स आदि किसी भी क्षेत्र में 10+2 होना चाहिए।
BMS (बैचलर आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज) में प्रवेष लेने के लिए योग्यता 10+2 में 45% अंक होने अनिवार्य है।
Bachelor of Management Studies में एडमिषन लेने के लिए टाॅप काॅलेज
DU (यूनिवर्सिटी आॅफ दिल्ली)
MU (यूनिवर्सिटी आॅफ मुम्बई)
NMIMS (मुम्बई)
CU (च्रिस्ट यूनिवर्सिटी) बैंगलोर
GGSIU (गुरू सिंह इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी), दिल्ली
BVDU (भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी), पूणे
BMS के बाद करियर/स्कोप
बी0एम0एस0 कम्पलीट करने के बाद सभी छात्र इस क्षेत्र में नौकरी की तलाष करते है और कुछ लोग इस क्षेत्र में मास्टर डिग्री करने की सोचते है। जो लोग इस क्षेत्र में नौकरी की तलाष करते है तो उनके लिए इस विशय में नीचे कुछ जानकारी दी गई है……….
सन् 2009 से बी0एम0एस में 65% रोजगार आ गये है इन में लगभग 22% वाणिज्यक, औद्योगिक और सार्वजनिक प्रबंधन क्षेत्रों में काम करते है और अन्य 14.8% लोग स्वास्थ्य पेषेवरों और खुदरा (14.4%) और विपणन में (12.5%)
बैचलर आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज डिग्री व्यवसायों की एक विषाल क्षेत्र है विषेश रूप ये सभी व्यापार से संबंधित क्षेत्रों में यह कोर्स कैरियर के लिए सही गेटवे प्रदान करता है।
BMS करने के बाद आप मास्टर डिग्री करने के इच्छुक है तो आप BMS भी कर सकते है।
इस कोर्स में कैरियर के लिए सही गेटवे सामान्य व्यवसाय प्रबंधन वित परामर्ष, व्यापार विष्लेशण, सामरिक प्रबंधन और योजना उपलब्ध कराएगा।
उम्मीदवार सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों में निर्यात-आयात विभागों में वाणिज्यक बैंकों और अन्य निजी क्षेत्र संगठनों में रोजगार प्राप्त कर सकते है।
कोर्स के सफल समापन के बाद उम्मीदवार विभिन्न फर्मों के मानव संसाधन प्रबंधन, बिक्री और विपणन और अनुसंधान और विकास विभागों में काम कर सकते है।
वे रिलायंस बीपीओं, स्कोप इंटरनेषनल प्राइवेट लिमिटेड और विप्रो बीपीओ जैसी विभिन्न कंपनियों में रोजगार प्राप्त कर सकते है।
BMS के बाद नौकरियां:
बैचलर आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज के पूरा होने के बाद, जूनियर स्तर के प्रबंधकीय पदों में रोजगार के अवसरों का बहुत अधिक लाभ होता है। छात्र नीचे गए प्रोफइल में विपणन, वित, मानव संसाधन, आदि जैसे विभागों में नौकरियों का पता लगा सकते है:
व्यापार परामर्षदाता (Business Consultant)
व्यवसाय प्रषासन षोधकर्ता (Business Administration Researcher)
बिजनेस एडमिनिरूट्रेषन प्रोफेसर (Business Administration Professor)
वित प्रबंधक (Finance Manager)
मानव संसाधन प्रबंधक (Human Resource Manager)
सूचना प्रणाली प्रबंधक (Information System Manager)
उत्पादन प्रबंधक (Production Manager)
प्रबंधन लेखाकार (Management Accountants)
विपणन प्रबंधक (Marketing Manager)
अनुसंधान और विकास प्रबंधक (Research and Development Manager)
BMS में एडमिषन फीस:
बीएमएस में एडमिषन लेने के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटी की अलग-अलग फीस होती है। अगर आप प्रवेष परीक्षा पास करके किसी सरकारी काॅलेज से BMS कर रहे है तो आपकी फीस 17,000 से 30,000 तक हो सकती है और प्राइवेट काॅलेज में कम से कम 25,000 से 50,000 तक हो फीस होती है।
BMS करने के बाद प्लेसमेंट और इंटर्नषिप
ज्यादातर विष्वविद्यालय प्रबंधन अध्ययनों पर चार साल की डिग्री के लिए 11 महीने के काम प्लेसमेंट विकल्प या विदेष में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करते है। एक ग्रहणी संस्था के लिए काम करने का अनुभव अमूल्य हो सकता है। क्योंकि इससे छात्रों को उनके भविश्य के करियर में लगाातर बदलते कारोबारी माहौलों को अनुकूलित करने के लिए मजबूत क्षमताओं का निर्माण करने में सक्षम बनाता है छात्रों को एक कंपनी के भीतर किसी मुद्दे की जांच करके और एक पूर्ण षोध रिपार्ट तैयार करके कौषल और दक्षता प्राप्त कर सकते है।
BMS के बाद वेतनमान
इस क्षेत्र में वेतन अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग होता है अगर आप अपना BMS कम्पलीट करने के तुरंत बाद नौकरी करना चाहते है तो आपका षुरूआत में वेतन कम से कम 5000 से 1000 तक होता है और अगर आपको इस क्षेत्र में अनुभव है तो आपका वेतन 20,000 से 40,000 तक हो सकता है।