12वीं विज्ञान (Science) के बाद छात्र उपरोक्त इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के डिप्लोमा के लिए भी जा सकते है। डिप्लोमा पाठ्यक्रम 3 साल की अवधि का होता है डिप्लोमा पूरा करने के बाद छात्रों को बैचलर डिग्री इंजीनियरिंग कार्यक्रम में पाष्र्व प्रवेष (Lateral Entry) का उपयोग करके प्रवेष मिल सकता है। गणित समूह (Maths Group) के छात्रों, जिनके पास कम अंक है, डिग्री इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की जगह डिप्लोमा का कोर्स कर सकते है। कुछ पारंपरिक डिप्लोमा कोर्स (Technical) है –
डिप्लोमा कोर्स (Technical) :
Diploma in Mechanical Engineering
मैकेनिकल इंजीनियर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के डिजाइन और निर्माण का कार्य और सरल और जटिल मषीनरी का निर्माण करते है। उन्हे विभिन्न डोमेनों में कुषल होने के लिए ट्रेंड किया जाता है। वे कंप्यूटर अनुप्रयोगों, बिजली, संरचनाओं आदि में टेªंड होते है। वे सरकारी, सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में नौकरी कर सकते है।
Diploma in Electrical Engineering
इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग का एक अनुषासन है जो विद्युत, बिजली, इलेक्ट्रोनिक्स और विधुत चुंबकत्व पर केंद्रित है। सरल षब्दों में, यह अनुषासन बिजली उत्पादन, इसके भंडारण, संचरण, अनुप्रयोगों, उन्नत इलेक्ट्राॅनिक्स और विधुत चुंबकत्व से संबन्धित है।
Diploma in civil Engineering
सिविल इंजीनियरिंग डिजाइन, विकाय, निर्माण, परीक्षण, पर्यवेक्षण और बुनियादी सुविधाओं को बनाए रखने का कार्य करते है। उनके काम में बांधों, जलमार्ग, हवाई अड्डों, इमारतों, सुरंगों, पुलों, पाइपलाइनों और सीवेज सिस्टम जैसे डिजाइन और निर्माण संरचना भी षामिल है। एक सिविल इंजीनियर निजी और परामर्ष कंपनियों और सरकारी संगठनों में नौकरी पा सकते है। आमतौर पर यह निर्माण स्थलों और विनिर्माण संयत्रों पर काम होता है।
Diploma in Chemical Engineering
एक केमिकल इंजीनियर के रूप में आप तीनों डोमेन में से किसी में काम कर सकते हैः
अनुसंधान, उत्पादन और डिजाइन। उत्पादन कार्य रासायनिक प्रक्रिया उद्योगों, तेल अन्वेशण एवं रिफाइनरियों, फार्मास्युटिकल कंपनियों आदि में पाया जा सकता है। ऐसे रोजगार में सामग्री का उत्पादन षामिल है। डिजाइनिंग नौकरियां इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण संगठनों में पाई जा सकती है। सामान्य तौर पर, आप निजी कंपनियों, परामर्ष फर्मों और सरकारी संगठनों में नौकरी पा सकते है।
Diploma in Mining Engineering
यह इंजीनियरिंग की एक ब्रांच है, जो पृथ्वी के खनिजों और अन्य संसाधनों को निकालने की प्रक्रिया में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सिद्वांतों का उपयोग करता है। माइनिंग इंजीनियरिंग की खनन प्रक्रिया उत्पादकता में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी और विज्ञान के उपयोग पर केंद्रित है।
Diploma in Computer Science Engineering
कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में छात्र एल्गोरिदम, प्रोग्रामिंग भाशाओं, आॅपरेटिंग सिस्टम, डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम, कंप्यूटर नेटवर्क, कंप्यूटर ग्राफिक्स और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बारे में अध्ययन करते है। वे छात्र जो कंप्यूटर सांइस में रूचि रखते है उनके लिए यह सही कोर्स सेलेक्षन है।
Diploma in Marine Engineering
मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा विषिश्ट इंजीनियरिंग ब्रांच से संबंधित डिप्लोमा, मरीन इंजीनियर्स बनने के लिए इस डिप्लोमा कोर्स का उपयोग कर सकते है और मर्चेंट नेवी जहाजों पर काम कर सकते है।
Diploma in EC Engineering
यह क्षेत्र इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोनिक उपकरणों और प्रासंगिक साफ्टवेयर पर आधारित है इलेक्ट्रोनिक्स और कम्युनिकेषन इंजीनियरिंग को ईसी ;म्ब्द्ध इंजीनियरिंग के संक्षिप्त नाम से भी जाना जाता है।
Diploma in IC Engineering
इंस्ट्रमेंटेषन इंजीनियरिंग में इंस्ट्रमेंटेषन निर्माण/उत्पादन प्रक्रियाओं के दौरान चलने वाले प्रक्रिया को मापने और नियंत्रित करने के लिए है। इंस्ट्रमेंटेषन इंजीनियरिंग, नियंत्रण इंजीनियरिंग नियंत्रण प्रणाली के डिजाइन, विकास और रखरखाव पर केंद्रित है।
Diploma in Metallurgy
यह इंजीनियरिंग की एक ब्रांच है, जिसमें हम भौतिक विज्ञान और भौतिक इंजीनियरिंग की सभी जानकारी के बारे में अध्ययन करते है। मूल रूप से यह धातुकर्म इंजीनियरिंग धातु के तत्वों, उनके यौगिकों और मिश्र धातुओं के भौतिक और रासायनिक गुणों के साथ काम करता है।
Diploma in Sound Engineering
साउंड इंजीनियरिंग साउंड और म्यूजिक में टेक्निकल और क्रिएटिव षिक्षा का मिश्रण है। यहां हर छात्र साउंड रिकाॅर्डिंग, एडिटिंग और मिक्सिंग के बारें में पूर्ण रूप से अध्ययन करते है।
डिप्लोमा कोर्स (Technical) में एडमिषन लेने की प्रक्रिया:
1. 10+2 साइंस ग्रुप (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विशयों के साथ) आवष्यक न्यूनतम षैक्षिक योग्यता के रूप में। अपेक्षित न्यूनतम कुल अंक 50% है (यह एक संस्थान से दूसरे में भिन्न हो सकता है)।
2. स्टूडेंट्स को षारीरिक रूप से और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए।
3. कुछ काॅलेज में डिप्लोमा कोर्स में एडमिषन लेने के लिए स्टूडेंट्स को एंट्रेंस टेस्ट के मेरिट माक्र्स के बेस पर लिया जाता है।
4. 12वीं के बाद भी अपनी पसंद के आधार पर। पाठ्यक्रम (Course) संबद्ध काॅलेजों द्वारा खुद ही ओफ्फर्ड किया जाता है।
भारत में डिप्लोमा कोर्स (Technical) के कुछ काॅलेज/यूनिवर्सिटी की सूची:
1. गवर्नमेंट पाॅलिटेक्निक मुंबई
2. एस एच जौधले पाॅलिटेक्निक ठाणे
3. वी0 पी0 एम0 पाॅलिटेक्निक ठाणे
4. विवेकानन्द षिक्षा सोसाइटी की पाॅलिटेक्निक मुंबई
5. आदेष पाॅलिटेक्निक काॅलेज मुक्तिस
6. अंजुमन पाॅलिटेक्निक नागपुर
7. एंजेल पाॅलिटेक्निक नवी मुंबई
8. छोटू राम पाॅलिटेक्निक रोहतक
9. अधिपरासक्थी पाॅलिटेक्निक काॅलेज कांचीपुरम
10. MEI पाॅलिटेक्निक बैंगलोर
डिप्लोमा कोर्स (Technical) के बाद करियर/स्कोप/नौकरियां/वेतनमान:
डिप्लोमा के बाद सरकारी क्षेत्र या निजी क्षेत्र में आपके लिए विभिन्न कैरियर के अवसर है। कुछ कंपनियां इंजीनियरिंग छात्रों की बजाय पाॅलिटेक्निक छात्रों की भर्ती करना पसंद करती है। सरकारी क्षेत्र के बारे में यह उपलब्ध अवसर है। डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद आप एक इंजीनियर के रूप में 8,000 रूपये से लेकर 20,000 रूपये प्रतिमाह हो सकता है। इस क्षेत्र में अच्छा अनुभव प्राप्त करने के बाद आपको प्रति वर्श 2 से 3 लाख रूपये के रूप में अच्छा वेतन मिल सकता है।
1. भारतीय रेल
2. बीएचइएल
3. बीईएल
4. एनटीपीसी
5. पाॅवर ग्रिड
6. विद्युत विभाग
निजी क्षेत्र के बारे में बात करते हुए आप अपने क्षेत्र से संबंधित कंपनियों और नौकरी के लिए अच्छे फ्रेषर पैकेज के साथ नौकरी प्राप्त कर सकते है। यदि आप बहुत भाग्यषाली है तो आप काॅलेज में प्रयोगषाला सहायक के रूप में भी काम कर सकते है।
डिप्लोमा कोर्स (Technical) कोर्स के लिए अनुमानित फीस:
डिप्लोमा कोर्स (Technical) कोर्सेज के लिए अलग अलग काॅलेजेस में अलग अलग फी स्ट्रक्चर है जिसका औसत सरकारी संस्थान में षिक्षण षुल्क 15,000 रूपये से लेकर 20,000 रूपये तक है तथा प्राइवेट संस्थान में षिक्षण षुल्क 50,000 रूपये से लेकर 1 लाख रूपये तक है। विद्यार्थी को डिप्लोमा कोर्स (Technical) में प्रवेष लेने के लिए प्रवेष परीक्षा देने की जरूरत है।